SEHORE. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले मंगलवार 3 अक्टूबर को सीहोर में सीएम शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर भावुक हो गए। सीएम शिवराज सीहोर जिले के सात देव गांव के पातालेश्वर महादेव मंदिर जीवन उद्धार कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने वहां जनता से पूछा कि मैं इस बार चुनाव लडूं कि नहीं लडूं? इससे पहले भी उन्होंने सीहोर में ही यह कहा था कि मैं जब चला जाऊंगा तब बहुत याद आऊंगा। अब जनता से चुनाव लड़ने को लेकर पूछे गए सवाल से फिर सियासत में सरगर्मी बढ़ गई है।
अभी तक किसी लिस्ट में शिवराज का नाम नहीं
मप्र विधानसभा चुनाव को लिए बीजेपी प्रत्याशियों की तीन लिस्ट आ चुकी है। इसमें कई दिग्गजों को टिकट दिए गए हैं, लेकिन सीएम शिवराज का नाम इन लिस्ट में नहीं है। इसके बाद उन्होंने गृह विधानसभा क्षेत्र बुधनी सात देव गांव में उन्होंने जनता से पूछ लिया कि वे चुनाव लड़ें या नहीं लड़ें। इससे कई सवाल उठ रहे हैं।
मंदिरों की सेवा का सौभाग्य मिला
सीएम ने पातालेश्वर मंदिर के साथ ही इलाके के अन्य मंदिरों के जीर्णोद्धार का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि एक साथ इतने मंदिरों की सेवा का सौभाग्य मुझे मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि यही मेरी यही कामना है कि यह शरीर जितने दिन भी रहे उतने दिन जनता की सेवा में लगा रहे।
शिवराज का ऐसा तीसरा बयान
सीएम शिवराज का यह ऐसा तीसराबयान है, जिससे राजनीति में कई सवाल पैदा कर दिए हैं। इससे पहेल उन्होंने कहा था कि जब मैं चला जाऊंगा तो याद आऊंगा। इससे पहले उन्होंने खरगोन में एक सभा में कहा था कि उन्हें किसी पद का कोई लालच नहीं है। अब तो उन्होंने जनता से ही पूछ लिया है कि चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं।